क्या सच को झुठला सकते हैं?
क्या झूठी खबरें बनवा सकते हैं?
बेइज्जती पर भी मुश्करा सकते हैं?
मित्रों को भी भरमा,मरवा सकते हैं?
क्या माँ की झूठी कसमे खा सकते है?
बिना दुःख केआँखों में आंसू ला सकते हैं?
क्या अन्य कुछ करने लायक तोआप नहीं हैं?
चिंता न करें आप निश्चित ही नेता तो बन सकते हैं!
क्या झूठी खबरें बनवा सकते हैं?
बेइज्जती पर भी मुश्करा सकते हैं?
मित्रों को भी भरमा,मरवा सकते हैं?
क्या माँ की झूठी कसमे खा सकते है?
बिना दुःख केआँखों में आंसू ला सकते हैं?
क्या अन्य कुछ करने लायक तोआप नहीं हैं?
चिंता न करें आप निश्चित ही नेता तो बन सकते हैं!
1 comment:
Bahut hi sundar prastuti, Dhanybad.
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