आज का युवा तो वक्त सजने मे, ज्यादा ही जाया करता है /
युवा लड़की हो या फिर लड़का,अपना भेष ही बनाया करता है /
विश्वास करो मुझपर कहकर ,माँ बाप को भरमाया करता है /
धोखे से भी पहुंच जाये श्मशान,तो मोबाइल चलाया करता है/
युवा लड़की हो या फिर लड़का,अपना भेष ही बनाया करता है /
विश्वास करो मुझपर कहकर ,माँ बाप को भरमाया करता है /
धोखे से भी पहुंच जाये श्मशान,तो मोबाइल चलाया करता है/
1 comment:
बहुत सटीक अभिव्यक्ति...
Post a Comment